Banjara Kavita
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समाजेर आवस्था बंजारा कविता
समाजेर आवस्था ------- हारगो मारो गोर बंजारा पण सदरो कोनी आजेलंग अंधविश्वासेम डूबगो सारी लागो समाजेन काळेरो भंग.. जुने पुराणे विचार धोरणी मंदिर मोठे…… -
सेवाभाया (Seva Bhaya) बंजारा कविता
सेवाभाया... उगतो सुर्या उगतो चांदा... जसो उगतो हिरा ऊ आयो मारो सेवाभाया...... रण-घोडा भूमीभर धाटो लाल धरमणीरो वोपर बेठो गोरुन गोरशिकवाडी वतायो मारो…… -
बंजारा कविता, तारो इतिहास…
बंजारा कविता, तारो इतिहास... तारो इतिहास.... बंजारा.... तार इतिहास घणो जुनो छ पण तू लको कोनी, इज तार गूनो छ.... तू धाटो प्रांत अप्रांत पेट भरेकरता …… -
लड़की तू हैं बंजारा…
लड़की तू हैं बंजारा कविता लड़की तू हैं बंजारा , क्या खूब हैं यह नजारा | तुज को क्या बनाया हैं यारा , बिना साज के तुझ को हैं सवांरा | क्या खूब हैं …… -
परिस्थिती उघडी पडीती (Banjara Kavita)
एक कष्टकरी शेतकरी बापेर बेटा,जो शिक्षणेती दुरागो वोर आठवणेरी हालकीसी काव्य रचना... परिस्थिती उघडी पडीती तोडेर मन साटा, घणी हुस कोनी हेती बापेर मज…… -
Shetkari Bapu Banjara Kavita
🌲 Shetkari Bapu Banjara Kavita !!! 🌲 फाटे कपडा, फाटो संसार तारज नसीबेन छ बापू तार जिवेपर वो तो, धोळे बगळा हेन फररे छ. एसी वाळे बंगालम बेठन आणंदेम म…… -
बळीराजा कविता (Baliraja Kavita)
बळीराजा कविता शेतात राबणारा दुःखात रोज आहे, जनतेस लुटणारा सुखात आज आहे! मातीत घाम गाळून तो राबतो सदाही कष्टास नाही त्याच्या येथे वाव आज आहे! रक्तास…… -
Tandesamu Chalo Banjara Kavita
🏡 Tandesamu Chalo Banjara Kavita 🏡 तांडेसामू चालो जरा तांडेसामू चालो तांडेरो विकास वेणों… प्रगतीरे साथ रेणो जमानेरे साथ रेणो जमिनेप रेताणीन आकाशेम …… -
फटू काड बंजारा कविता -प्रा, संजय राठोड
🙏 जय सेवालाल। जय वसंत 🙏 जय गोर बंजारा कवितार नाम छ 📸 फटू काड बंजारा कविता 📸 जत्रार गर्दीम जत वोत पडरेच खिसेम छेनी आदला फटू मात्र काढरेच येन वोन ढकल…… -
बोंडआळी(रु) बंजारा कविता
🍀🍀 *बोंडआळी*🍀🍀 *हूसेती लगायतो आपकाण सरकी* *आदी नीकळी आदी मायीज मरगी* *हायब्रीडेप बोंडआळी खास कीदी पारगी* *करण तो माटी बीटी लायो परकी*--!! *हाजारी बा……