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  • Banjara Kavita

    समाजेर आवस्था बंजारा कविता

    समाजेर आवस्था ------- हारगो मारो गोर बंजारा पण सदरो कोनी आजेलंग अंधविश्वासेम डूबगो सारी लागो समाजेन काळेरो भंग.. जुने पुराणे विचार धोरणी मंदिर मोठे……
    Balkrushna 2021-09-14